अमृत गंगा S2-27
अमृत गँगा सीज़न २ की सत्ताईसवीं कड़ी में अम्मा कहती हैं कि आजकल लोगों का भाव है कि, “मुझे जो चाहिए, वो चाहिए ही। मुझे दूसरों से क्या लेना-देना?” इसी तरह गृहस्थ जीवन में भी पति पत्नी से प्रेम की याचना करता है और पत्नी पति से। सब प्रेम पाना चाहते हैं। तो टकराव तो होगा ही। लेकिन यदि दोनों सावधान रहें तो एक-दूसरे की ग़लतियाँ माफ़ कर देंगे। एक-दूसरे को समझने के लिए भावनाओं को अभिव्यक्त करना आवश्यक है।
इस कड़ी में अम्मा की यूरोप यात्रा का पड़ाव हॉलैंड होगा। अम्मा जो भजन गा रही हैं, वो है.. नंदकुमारा वन्दितरूपा