अमृत गंगा S2-35

अमृत गँगा सीज़न २ की पैंतीसवीं कड़ी में,अम्मा कह रही हैं कि जैसे सब जगह कैमरे लगे हैं,वैसे ही हमारे भीतर भी एक कैमरा है..हमारी अंतरात्मा का कैमरा! यह हमारे सब कर्मों को रिकॉर्ड करता है। ईश्वर हमारे अंदर है पर हम राग-द्वेष व काम- क्रोध के वशीभूत हो,उसे अनुभूत नहीं कर पाते। साधक होने के नाते हम प्रत्येक परिस्थिति को साक्षी भाव से देख सकते हैं। हमारी प्रतिक्रिया निर्भर करती है इस बात पर कि हम तत्त्व को कितना समझे हैं!

इस कड़ी में,अम्मा की उत्तरी अमेरिकी यात्रा को देखिये सैंटा फ़े,न्यू मैक्सिको में और उनके साथ भजन गाइये.. गोपाल कृष्णा, गिरिधारी कृष्णा!