अमृत गंगा S3-98

सीज़न 3, अमृत गंगा की अट्ठानवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘आज हम स्वार्थ-कर्मों के लिए ही जीवित हैं, न धर्म..न मोक्ष के लिए; मोक्ष को परम लक्ष्य मान कर हमें आगे बढ़ना चाहिए।’ अम्मा के कार्यक्रम सिंगापुर में। अम्मा भजन गाती हैं ‘अंबे जगदम्बे‘ ।