अमृत गंगा S2-21

अमृत गँगा सीज़न २ की इक्कीसवीं कड़ी में अम्मा कहती हैं कि बुरी वासनाओं पर विजय पाना कठिन है। मन में बुरे विचारों की चिंगारी उठते ही, उसे बुझाना आसान होता है। लेकिन उन्हें शीघ्र न बुझाया जाये तो भयानक और विनाशकारी आग का रूप ले सकती हैं। हम उन्हें शुरुआत में नियंत्रित न भी कर सकें तब भी उन्हें पालना या कुचलना हमारे हाथ में है। ऐसे अनुभवों पर मनन करके हम उनसे सीख सकते हैं। गुरु हमारे मार्ग में आने वाली बाधाओं की ओर संकेत करके और उनसे ऊपर उठ कर आगे बढ़ने में हमारी मदद करते हैं। सत्संग इसीलिये महत्त्वपूर्ण है।

इस कड़ी में अम्मा अपनी यूरोप-यात्रा में टूलॉन, फ़्रांस में हैं। यहाँ आप अम्मा को ‘शम्भो शंकर’- यह भजन गाते सुनेंगे।