अमृत गंगा S2-01

अमृत गंगा सीजन 2 की पहली कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि हम आत्म-जगत में प्रवेश करें! ऐसा तभी हो सकता है यदि हमारे अहम् में कमी आये। अहंकार को छोड़ कर,शेष सब ईश्वर-सृष्टि है। अहंकार, हमारी अपनी सृष्टि है। हमीं ने इसे रचा है और हमें ही इसे मिटाना होगा। हम अहंकार के इस बुलबुले को पकडे रखते हैं जो कभी भी फूट सकता है। हमें अपनी समझ और मनोभाव में परिवर्तन लाना चाहिए।
प्रस्तुत कड़ी में, हम अम्मा की सम्पूर्ण भारत की यात्रा पर निकलेंगे। इस कड़ी में आप अम्मा के साथ ‘हरि ॐ नमो नारायणा’ – यह भजन गा सकेंगे!