2 अक्तूबर 2018 दिल्ली
दिल्ली के राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित, महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छता सम्मलेन में माननीय प्रधानमन्त्री, श्री नरेन्द्र मोदी तथा यूनाइटेड नेशन्स के महासचिव, श्री अंतोनिओ गुतरेस ने श्री माता अमृतानन्दमयी देवी(अम्मा) को, चार वर्ष पूर्व प्रारम्भ हुए स्वच्छ-भारत-अभियान के अंतर्गत, स्वच्छ भारत कोष हेतु 100 करोड़ रुपयों राशि का, सर्वाधिक योगदान देने के लिए पुरस्कृत किया। इस धनराशि का उपयोग, गंगा-तट पर रहने वाले गरीब लोगों के लिए शौचालय बनाने के लिए किया गया।
मंच से बोलते हुए, प्रधान मन्त्री ने अम्मा को, माता अमृतानन्दमयी मठ द्वारा समर्पित, स्वच्छता एवं पर्यावरण-रक्षण जैसी सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि, ” मैं विशेष रूप से पूज्य अम्मा को प्रणाम करता हूँ क्योंकि जबसे इस कार्य को प्रारम्भ किया, पूज्य अम्मा ने सक्रिय रूप से, एक प्रकार से पूरे अभियान को अपने कन्धों पर ले लिया। उनका योगदान अद्भुत रहा है। अम्मा आज स्वयं समय निकाल कर के, पूज्य बापू की जन्म-जयन्ती पर हमारे बीच आई हैं, इसके लिए मैं हृदय से आपका धन्यवाद करता हूँ। ”
इस सम्मलेन में अम्मा और उनके आश्रम के योगदान पर एक छोटा सा वीडियो भी दिखाया गया जिसमें अम्मा कह रही थीं कि, “जैसे सुबह उठते ही हम दाँत साफ़ करते हैं, पर्यावरण की स्वच्छता भी वैसी ही है। यह हमारे अपने स्वास्थ्य और सुख के लिए है। यदि हम किसी गंदे नाले को समुचित भाव के साथ साफ़ करें तो वो भी ईश्वर की सेवा समान है। सनातन धर्म में, स्रष्टा और सृष्टि दो अलग चीज़ें नहीं हैं। स्वच्छता का महत्व सर्वोपरि है।”