अमृत गंगा S3-22
अमृत गंगा, सीज़न 3, कड़ी 22: अम्मा हमें याद दिला रही हैं कि हम अलग-थलग द्वीप नहीं बल्कि एक ही शृंखला की कड़ियाँ हैं। एक अकेले व्यक्ति के लिए परिवर्तन लाना शायद संभव न हो लेकिन कई लोग मिल कर करें तो दूसरों की भलाई के लिए कुछ अच्छा अवश्य कर सकते हैं। अनेक यदि एक हो कर आगे आएं तो कठिन से कठिन उपलब्धि सरल हो जाये!
अमृत गंगा की इस कड़ी में अम्मा की यात्रा स्पेन के बार्सलोना में जारी रहेगी। जय मुरलीधर माधवा..अम्मा यह भजन भी गाएंगी।