अमृत गंगा S3-07
अमृत गँगा,सीज़न ३ की ७वीं कड़ी में, अम्मा बता रही हैं कि चाहे हम प्रतिकूल परिस्थितियों से बचने का कितना भी प्रयत्न क्यों न करें, विफलता अपरिहार्य है। उत्कृष्ट खिलाड़ी भी हर बार नहीं जीतता। जैसे हम सफ़लता को स्वीकार करते हैं, वैसे ही विफलता को भी स्वीकार करना सीखना चाहिए। जीवन में पूर्णता तभी आती है,जब हम समत्व के साथ जीवन के उतार-चढ़ाव को स्वीकार करते हैं!
इस कड़ी में अम्मा की भारत यात्रा में आप देखेंगे बेंगलुरु कार्यक्रम! साथ ही रसास्वादन कीजिये, ‘आंसू भरे नयनों से’।