अमृत गंगा Specials 3

अमृत गंगा की इस कड़ी.. अम्मा हमें शास्त्रों और आध्यात्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने को प्रोत्साहित करती हैं; क्योंकि उनसे हमें शिक्षा मिलती है कि महात्माओं ने जीवन में आने वाली परिस्थितियों का कैसे सामना किया। युग कोई भी हो, हमें महाभारत और रामायण से मिलती-जुलती घटनाएं देखने को मिलती रहेंगी। जहाँ-तहाँ, इन ग्रंथों में वर्णित पात्रों जैसे लोग मिलेंगे। हम उनसे सीख सकते हैं कि ऐसी ही परिस्थितियों से वे महात्मा लोग जैसे उबरे। लेकिन हम कितना भी पठन-पाठन कर लें, हमारे लिए आवश्यक हो जाता है कि हम तत्त्वनिष्ठ महात्माओं या गुरुओं से आभ्यासिक शिक्षा प्राप्त करें।

इस कड़ी में आगे चल कर, अम्मा की लन्दन-यात्रा और उनका भावपूर्वक गाया हुआ गुजराती भजन… ‘मीठी मधुरी’ प्रस्तुत है।