अमृत गंगा S3-09
अमृत गँगा, सीज़न ३ की नवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि कृपा का पात्र बनने के लिए हम अच्छे वचन बोलें और अच्छे कर्म करें। वचन किसी साँचे जैसे होते हैं। सांचे में दोष होगा तो उसमें जो भी डालेंगे, विकृत हो जायेगा। इसलिए वचनों में सावधानी बरतें; बोलने से पहले सोच लो!
इस कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा हैदराबाद में जारी है।अम्मा भजन भी गा रही हैं, हरे मुरारे..