अमृत गंगा S3-01

अमृत गँगा सीज़न 3 में आपका स्वागत है!

इसकी पहली कड़ी में, अम्मा कहती हैं कि अक्सर सत्ता लोगों के सर पर चढ़ कर बोलती है। वे मानो पगला से जाते हैं। लेकिन जब श्रीराम ने राज्य का भार भरत के कन्धों पर डाला तो भरत का मन ज़रा भी दूषित नहीं हुआ। चूँकि सत्ता भरत को छू तक नहीं पाई,इसीलिये वो बढ़िया राज्य कर पाए और प्रजा को शांतिपूर्ण जीवन दे पाए। अच्छा राजा वही है जो अपनी प्रजा की रक्षा कर सके।

‘हनुमत बल दो..’ – इस कड़ी में, अम्मा ने यह भजन गाया है!