अमृत गंगा S3-02

अमृत गँगा सीज़न ३ की दूसरी कड़ी में आपका स्वागत है!

इस कड़ी में अम्मा बता रही हैं कि जब जीवन में विघ्न-बाधाएं आएं तो, हमें श्रीराम की तरह साहस सहित उनका सामना करना चाहिए। हमें निरुत्साहित हो कर भाग नहीं खड़े होना चाहिए। श्रीराम का पथ काँटों-कंकड़ों से भरा था किन्तु सब बाधाओं और कष्टों के बावजूद अंततः वो विजयी हुए! श्रीराम स्वीकृति-भाव के आदर्श हैं।

इस कड़ी में अम्मा जो भजन गा रही हैं, वो है,’मोर मुकुट वाले ‘