अमृत गंगा S4-28

सीज़न 4, अमृत गंगा की अठाईसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “बचपन से बच्चों को पैसे का मूल्य, परिश्रम और आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा दें। इससे वे आभारी बनेंगे और समय बर्बाद नहीं करेंगे।” अम्मा भजन गाती हैं, ‘सुन मेरी मैया।’ प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा चल पड़ी है पुणे की ओर।