अमृत गंगा Specials 1
अमृत गंगा की इस कड़ी में, अम्मा हमें याद दिला रही हैं कि हमारी साधना का लक्ष्य अपनी खोई हुई सरलता को पाना है। सरलता, सहजता द्वारा ही हममें आत्मज्ञान जागृत होगा। अम्मा कहती हैं कि अभी हमारी सरलता, निष्कलङ्कता को अहंकार के धुएँ ने ढक रखा है और इस अहंकार का हमें नाश करना होगा। यहाँ वो हमें फिर एक बार, उदाहरण के लिए विश्वामित्र मुनि की कथा सुना रही हैं।
इस कड़ी में फ्रांस के टूलॉन नगर की यात्रा और उनका भावपूर्ण भजन, जापो नाम।