Category / अमृतगंगा

अमृत गंगा S3-85 सीज़न 3, अमृत गंगा की पचासीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘निंदा-चुगली में समय गंवाने की बजाय, इस नए वर्ष में, अपने आप को निष्काम कार्यों में लगाए।’ अम्मा के कार्यक्रम ‘ऑस्ट्रेलिया’ की ओर। अम्मा भजन गाती हैं ‘माँ तेरे चरणों में ’।

अमृत गंगा S3-83 सीज़न 3, अमृत गंगा की तिरासीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘विपत्तियां लोगों को मज़बूत बनाती हैं। मज़बूत लोग अच्छे समय का और अच्छा समय दुर्बल लोगों का निर्माण करता है।’ अम्मा के कार्यक्रम ‘टोरंटो’ में जारी है। अम्मा भजन गाती हैं ‘राम राम बोलो’।

अमृत गंगा S3-82 सीज़न 3, अमृत गंगा की बयासीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘विघ्न-बाधाएं ऐसे अवसर हैं, जिनमें हमारी छिपी हुई क्षमताओं को जगाने की शक्ति है।’ अम्मा की यात्रा/कार्यक्रम ‘टोरंटो’ में जारी है। अम्मा भजन गाती हैं ‘जय माँ भवानी’।

अमृत गंगा S3-81 सीज़न 3, अमृत गंगा की इक्यासीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘हमें बस कर्म करने का अधिकार है; ईश्वर की इच्छा ’पूर्ति’ करती है।’ अम्मा की यात्रा बढ़ चली है ‘टोरंटो’ की ओर। अम्मा भजन गाती हैं ‘मन समझे’।

अमृत गंगा S3-80 सीज़न 3, अमृत गंगा की अस्सीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘सही समय पर, सही कर्म, सही भाव से किया जाये तो निश्चय ही फल अच्छा होगा।’ अम्मा की यात्रा बढ़ चली है ‘टोरंटो’ की ओर। अम्मा भजन गाती हैं ‘आया है सारा जहां यहाँ (लोकाः समस्ताः)’।