अमृत गंगा S4-34 सीज़न 4, अमृत गंगा की चौतीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “असफलताओं से न घबराएँ, उत्साह से आगे बढ़ें। भौतिक हो या आध्यात्मिक क्षेत्र, सफलता आत्मानुशासन से ही संभव है।” अम्मा देवी भजन गाती हैं, ‘आई उदे उदे ग अंबाबाई’ (मराठी)। प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा में – मुंबई कार्यक्रम।
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अमृत गंगा S3-39 सीज़न 3, अमृत गँगा की उनतालीसवीं कड़ी में अम्मा कहती है मनुष्य-जीवन पाकर क्या हम विवेक सहित रहते हैं? विवेक जहाँ अपने आपे को खोलने की कुञ्जी है; वहीं जीव-जगत के प्रति करुणा को बढ़ाने का साधन भी है। इस कड़ी में अम्मा की यात्रा जर्मनी के हॉफ हैरनबर्ग में ही जारी है। […]