अमृत गंगा S3-28

अमृत गंगा,सीज़न ३ की २८वीं कड़ी में अम्मा हमें याद दिला रही हैं कि जीवन चक्र में चल रहा है। दिन के बाद रात और रात के बाद फिर दिन होता है। महीनों और ऋतुओं का चक्र होता है। सुख-दुःख चक्र से आते-जाते रहते हैं। समय चक्र में चलता है ताकि हमें स्वयं को सुधारने के,अपनी भूलें सुधार कर सत्कर्म करने के अवसर मिलें।

अमृत गंगा की प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की यात्रा स्विट्ज़रलैंड पहुंची है। अम्मा ने जो भजन गाया,वो है, ‘छोड़ दे मन से…’