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अमृत गंगा S2-41 अमृत गँगा सीज़न २ की इकतालीसवीं कड़ी में, अम्मा बता रही हैं कि हम अहंकार की आँखों से देखते हैं। अहंकार मनुष्य की सभी समस्याओं का मूल कारण है। यही ‘मैं’, ‘मेरा’ और ‘मुझे चाहिए’ के भावों का निर्माता है। यही कारण है हमारी इतनी सारी पूर्वधारणाओं का। अहंकार के अभाव में […]

अमृत गंगा 27 अमृत गंगा की सत्ताईसवीं कड़ी में, अम्मा फिर से तनाव और चिंता की बात कर रही हैं। अम्मा कह रही हैं कि चिंता एक चोर जैसी है जो हमारा समय और विश्वास..दोनों चुरा लेती है। चिंता का कोई कारण न भी हो तो हम सोचते हैं कि कुछ बुरा हो जायेगा। पीछे […]