Tag / कल

अमृत गंगा S2-29 अमृत गँगा सीज़न २ की उनतीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि ज्ञान की पूर्णता अनुभव में है। तब ज्ञान बोध बन जाता है और बोध उस टॉर्च जैसा है जो हमारी अँधेरे में देखने में मदद करता है। हम देखते हैं, आज शरीर है, कल नहीं। इससे हमें शरीर के […]

अमृत गंगा 7 अमृत गंगा की सातवीं कड़ी में अम्मा हमें याद दिला रही हैं कई हमारे हाथ में कुछ है तो केवल वर्तमान क्षण। बीता हुआ कल ‘आज’ नहीं बन सकता और आने वाला कल भी आज नहीं हो सकता। अगली सांस तक हमारे हाथ में नहीं है। फल देने की शक्ति केवल ईश्वर […]