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अमृत गंगा 10 अमृत गंगा की दसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि अपने में परिवर्तन लाने के लिए, हमें राह नहीं देखनी कि पहले दूसरे बदलें। बल्कि, पहले हम बदलें और दूसरों के लिए प्रेरणा-स्रोत बनें। हमारा प्रत्येक सत्कर्म, प्रत्येक सुविचार कई गुणा फल देगा। जब हमारे हृदय में अरुणोदय होगा तो उसका […]

अम्मा के २०१२ नव वर्ष सन्देश के कुछ अंश “अम्मा की प्रार्थना है कि हमारा व सभी प्राणियों का जीवन सुखमय हो! अम्मा के सब बच्चों में अपने तथा जगत में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिव्य शक्ति का उदय हो! अम्मा प्रार्थना करती हैं कि इस नव-वर्ष में एक नए व्यक्ति तथा नए समाज का […]