अमृत गंगा S4-48 सीज़न 4, अमृत गंगा की अड़तालीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “गुरु के सान्निध्य में अहंकार रूपी असुर को भगाकर ही हम अपने स्वरूप को जान पाएँगे।” अम्मा भजन गाती हैं, ‘कैसा संदेशा।’ प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा में – कोषीकोड कार्यक्रम।