Tag / उपवास

अमृत गंगा S2-45 अमृत गँगा की पैंतालीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि परमात्मा शुभ-मंगल की निधि हैं। जहाँ-जहाँ परमात्म-विचार होगा, वहां-वहां समृद्धि और गुण होंगे ही। प्रत्येक व्यक्ति में प्रबल विवेक और ईश्वरार्पण-बुद्धि नहीं होती। जहाँ कुछ चर-अचर प्राणी ज्ञान की घोर निद्रा में डूबे रहते हैं, वहीं ईश्वर-स्मरण में मस्त व्यक्ति के […]

अमृत गंगा S2-24 अमृत गँगा सीज़न २ की चौबीसवीं कड़ी में, अम्मा नवरात्रों को एक पूर्णोत्सव बता रही हैं..भक्ति, व्रत-उपवास, पूजा और समर्पण-भाव का सम्पूर्ण मिश्रण! अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश में हमारे प्रवेश को, यह परम-विजय के रूप में दर्शाता है। नवरात्रि के तत्त्व को ग्रहण करके हम परमात्म-बोध को प्राप्त हो […]

अमृत गंगा S2-23 अमृत गँगा सीज़न २ की २३वीं कड़ी में, अम्मा नवरात्रि की चर्चा जारी रखे हैं। ये पावन दिन, हमें अपने मन में छिड़े दैवी और आसुरी शक्तियों के बीच नित्य युद्ध की याद दिलाते हैं। हमारे प्रयत्न विजय के लिए पर्याप्त नहीं हैं। ईश्वर-कृपा भी आवश्यक है। नवरात्र प्रत्येक प्राणी के अंदर […]