अमृत गंगा S3-75 सीज़न 3, अमृत गंगा की पचहत्तरवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘प्रेम में, व्यक्ति सब कुछ भुला सकता है; कुछ कष्टकारक अनुभव नहीं होता – यह प्रेम की विशेषता है।’ ‘वाशिंगटन डी.सी’ में अम्मा की यात्रा जारी है। अम्मा भजन गाती हैं ‘जय गोपालक जय हितकारी ।
अध्यतन वार्ता
- मुस्कुराना-आदत बनाओ
- नयापन निःस्वार्थ प्रेम एवं कर्म से जुड़ा है
- आध्यात्म से मृत्यु को स्वीकारना सहज बनता है
- परिवर्तनशील जगत में नयापन अल्पकालिक है
- जैसी करनी वैसी भरनी
- कल के लिए कोई काम न टाले
- आध्यात्मिक अनुशासित दिनचर्या आवश्यक है
- साधना में मनोभाव का प्राधान्य है
- दूसरों के काम आए, वही सच्ची संपत्ति और ऐश्वर्य है
- छोटे-छोटे कर्मों में भी सतर्कता भरते
When Love is there, distance dosen't matter.
Download Amma App and stay connected to Amma
