अमृत गंगा S3-06 अमृत गँगा,सीज़न ३ की छठी कड़ी में,अम्मा कह रही हैं कि हमें उन वस्तुओं को प्राथमिकता देनी चाहिए जो हमारे जीवन में शान्ति,सुख और संतृप्ति ले कर आती हैं। हमें अपनी साधना और भजन के लिए थोड़ा समय निकालना ही चाहिए। साथ ही,अपने कर्त्तव्यों का निर्वाह भी करना चाहिए और यह सोचें […]
Tag / सोच
अमृत गंगा S2-06 अमृत गँगा सीज़न २ की छठी कड़ी में, अम्मा कहती हैं कि कहीं चोट लगने पर, संभवतः हम दर्द से रो पड़ें। लेकिन रोने-चिल्लाने से घाव तो भरने वाला नहीं; दवा लगानी होगी। कई लोग बिलकुल प्रयत्न नहीं करते। उपयुक्त कर्म नहीं करते। किन्तु, हम समस्याओं का समाधान प्रयत्न द्वारा ही कर […]