अमृत गंगा S4-02 सीज़न 4, अमृत गंगा की दूसरी कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “अधिकतर लोग हवाई किले बनाते रहते हैं। यथार्थ को कभी न भुलायें आत्म-चिंतन करें। इससे हम, हर परिस्थिति को ईश्वर-इच्छा मानकर स्वीकार कर पायेंगे।” अम्मा भजन गाती हैं ‘कर ले माँ का ‘। सेवा अनुभाग में हम अमृता निकेतन की एक […]