अमृत गंगा S3-81 सीज़न 3, अमृत गंगा की इक्यासीवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘हमें बस कर्म करने का अधिकार है; ईश्वर की इच्छा ’पूर्ति’ करती है।’ अम्मा की यात्रा बढ़ चली है ‘टोरंटो’ की ओर। अम्मा भजन गाती हैं ‘मन समझे’।
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तत्त्व को समझकर हमें ईश्वर भजन करना चाहिए। भिन्न देवी-देवताओं के पृथक अस्तित्व में विश्वास न रखते हुए हमें सभी भिन्न देवरूपों को उस परम सत्ता के भिन्न रूप या पक्ष मानना चाहिए। प्रेमपूर्वक ईश्वर भजन करना चाहिए। वे हमारे मन की सभी इच्छाओं को जानते हैं। तब भी उनके सम्मुख अपने हृदय की भावनाओं […]