भक्तमहिला – अम्मा, पारिवारिक जीवन के जिम्मेदारियों के बीच ध्यान और जप के लिए कैसे फुरसत मिलेगी? अम्मा – जिन्हें सचमुच इच्छा हो उनके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है। हार्दिक अभिलाषा होनी चाहिए। सप्ताह में कम से कम एक दिन बच्चें एकान्त मे बैठकर साधना करें। जिम्मेदारियाँ और काम हो सकते हैं, तो भी […]