बच्चो, ऐसा नहीं लगता कि विश्व में आज जहाँ देखो, वहीं समस्याएं हैं? भारत के नगरों में बम्ब फटने का, आतंकवादी हमलों का भय है। अम्मा को ज्ञात है कि हम सब इनके तथा अन्य खतरों के विषय में चिंतित हैं। विश्व-भर की समस्याओं का एकमात्र उत्तर है – करुणा। सब धर्मों का मूलभूत सिद्धान्त […]
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एक बार जगत् के सब रंग इकठ्ठा हुए। प्रत्येक ने दावा किया, “मैं सबसे अधिक महत्वपूर्ण और सबका प्रिय रंग हूँ।” आखिर इस वार्तालाप का समापन विवाद में हुआ। हरे रंग ने घोषणा की, “निश्चित रूप से, मैं सबसे महत्वपूर्ण रंग हूँ। मैं जीवन का प्रतीक हूँ। वृक्ष, लताएँ – समग्र प्रकृति मेरे रंग की […]
बच्चो, ऐसा नहीं लगता कि विश्व में आज जहाँ देखो, वहीं समस्याएं हैं? भारत के नगरों में बम्ब फटने का, आतंकवादी हमलों का भय है। अम्मा को ज्ञात है कि हम सब इनके तथा अन्य खतरों के विषय में चिंतित हैं। विश्व-भर की समस्याओं का एकमात्र उत्तर है – करुणा। सब धर्मों के मूलभूत सिद्धान्त […]
अम्मा के विदेशी भक्त, युद्ध के कभी न समाप्त होने वाले भीषण आक्रमणों पर, प्रायः अपनी कुण्ठा व्यक्त करते हैं। वे अम्मा से पूछते हैं, “क्या इस पागलपन का कोई अन्त नहीं है?” जगत् के आदि से ले कर संघर्ष चला आ रहा है। यह कहना कि इसे पूर्णतया समाप्त कर देना असंभव है, व्यग्रता […]