अमृत गंगा S3-74 सीज़न 3, अमृत गंगा की चौहत्तरवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, ‘विनयशीलता से अनुशासन आता है। अनुशासन हमें टकराव से बचाता है; प्रेम उत्पन्न होता है और हम प्रेम ही हो जाते हैं।’ ‘वाशिंगटन डी.सी’ में अम्मा की यात्रा जारी है। अम्मा भजन गाती हैं ‘रात दिन ढ़लती जाये..।