अमृत गंगा 3 अमृत गंगा की तीसरी कड़ी में, जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु आवश्यक अम्मा पुरुषार्थ, समर्पण-भाव और कृपा पर सत्संग दे रही हैं। अम्मा कहती हैं कि खुश रहना एक निर्णय है और हमें ईश्वर की इच्छा के सामने समर्पण-भाव सहित और आत्मविश्वासपूर्वक आगे बढ़ना चाहिए। प्रेम उनका धर्म है और उस […]
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जब हम किसी से प्रश्न करते हैं कि जीवन कैसा चल रहा है तो केवल दुःख भरी कथाएं ही सुनने को मिलती हैं। इसका कारण क्या है? बिना सोची-समझी आसक्ति ही हमारे जीवन में दुःख को निमंत्रित करती है। हमें इससे कुछ सार्थक भी प्राप्त होता है? अपने परिवार के सदस्यों के प्रति हमारी अनवरत […]
तुमने उस लड़की की कथा सुनी है जिसने ड्रॅाईंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया? उसको पुरस्कार में एक फानूस प्राप्त हुआ जिस पर बड़ी खूबसूरत नक्काशी की गई थी। उसने इसे अपने घर की बैठक में लगा दिया। उस फानूस के सौन्दर्य को निहारते-निहारते, उसका ध्यान पहली बार दीवार के उतरते रंग-रोगन की ओर […]