Category / अमृतगंगा

अमृत गंगा S3-33 सीज़न ३, अमृत गँगा की तैंतीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि यदि हमारा दिल आशा का दामन न छोड़े और चित्त सदा प्रसन्न रहे तो हमें सर्वत्र, सर्वदा नयेपन और सुख के दर्शन होंगे। अमृत गँगा की इस कड़ी में अम्मा की यात्रा फ़्रांस के पैरिस में जारी है। ‘बड़ी […]

अमृत गंगा S3-32 अमृत गंगा, सीज़न ३, की बत्तीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि हममें विवेक और धैर्य होना चाहिए और क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाओं के आवेश में आकर आवेगपूर्ण कर्मों से बचना चाहिए। अमृत गंगा की इस कड़ी में, अम्मा की यात्रा फ़्रांस के पैरिस में जारी है। अम्मा ने भजन गाया […]

अमृत गंगा S3-31 सीज़न ३, अमृत गंगा की इकत्तीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि धरती पर रहते हुए स्वर्ग का अनुभव संभव है – हमें इस मनोभाव को जागृत करने का प्रयत्न करना चाहिए। अमृत गंगा की इस कड़ी में, अम्मा की यात्रा डेनमार्क में जारी है। अम्मा ने भजन गाया है,’पाहि गजानन…’

अमृत गंगा S3-30 सीज़न ३ की अमृत गंगा की तीसवीं कड़ी में, अम्मा कह रही हैं कि जीवन की पुस्तिका में जो हम कल लिख चुके हैं उसे आज मिटा या बदल नहीं सकते। और न ही आने वाले कल का पन्ना खोल सकते हैं। इसके स्थान पर हम प्रयत्न करें कि आज के पन्ने […]

अमृत गंगा S3-29 अमृत गँगा,सीजन ३ की २९वीं कड़ी: अम्मा सबको नव-वर्ष की शुभ कामनाएँ दे रही हैं। वो कामना करती हैं कि हम सबके लिए नया वर्ष और अधिक सुख, समृद्धि और शांति से भरा हो! वो हमें पहले से भी अधिक श्रद्धा व विवेक सहित जीने की याद दिला रही हैं। इस शुभ […]