अमृत गंगा S4-33
सीज़न 4, अमृत गंगा की तैतीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “व्रत और अनुष्ठान भगवान के लिए नहीं, बल्कि हमारी आत्म-शुद्धि और ईश-कृपा के लिए हैं, क्योंकि हमें भगवान की आवश्यकता है, उन्हें हमारी नहीं।” अम्मा कृष्ण भजन गाती हैं, ‘श्याम गोलोक में।’ प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा में – मुंबई कार्यक्रम।