अमृत गंगा S3-14

अमृत गँगा, सीज़न ३ की १४वीं कड़ी में, अम्मा बता रही हैं कि प्रकृति पर्यावरण के संतुलन को बनाये रखती है। उदाहरण के लिए, साँप मांसभक्षी प्राणी हैं और चूहों और मेंढकों की संख्या नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। चीलें और गिद्ध साँपों का भक्षण करते हैं। मनुष्य को इस व्यवस्था में हस्तक्षेप करना बंद करना होगा। हम प्रकृति के पर्यावरण-संतुलन की व्यवस्था का अतिक्रमण कर रहे हैं।

इस कड़ी में, अम्मा की भारत-यात्रा अमदावाद में जारी है। ‘वाणी मणि माते’ – अम्मा यह भजन गा रही हैं।