अमृत गंगा S4-41

सीज़न 4, अमृत गंगा की इकतालीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “अहंकार से केवल उदासी मिलती है, इसलिए इस छोटे से जीवन को लड़ाई में गँवाने के बजाय प्रेम बाँटो।” अम्मा एक मराठी भजन गाती हैं, ‘भाव फुलांची।’ प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा में – कन्नूर कार्यक्रम।