अमृत गंगा S4-37

सीज़न 4, अमृत गंगा की सैंतीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “हम जीवन में दूसरों से सीखते हैं। सद्गुरु के अनुकरण से आध्यात्मिक यात्रा सरल हो जाती है, जैसे अनुकूल जलवायु में कृषि।” अम्मा देवी भजन गाती हैं, ‘जय मंगल जननी देवी’। प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा में – मंगलुरु कार्यक्रम।