अमृत गंगा S4-36

सीज़न 4, अमृत गंगा की छतीसवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “मन हमेशा गलत राह दिखाता है, लेकिन वैराग्य और साधना से ही उन्नति संभव है।” अम्मा भजन गाती हैं, ‘वेंकटरमणा संकटहरणा’। प्रस्तुत कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा चल पड़ी है मंगलुरु की ओर।