अमृत गंगा S3-35
सीज़न 3, अमृत गँगा की पैंतीसवीं कड़ी में अम्मा कह रही हैं कि सुख हमें अपने भीतर खोजना चाहिए, बाह्य जगत में नहीं। भीतर खोजें तो हम उतना ही लेंगे जितना आवश्यक है, और सुख-संतृप्ति के बाद शेष दूसरों के साथ बांटना सीखेंगे।
अम्मा की यात्रा अभी म्यूनिख़ में ही है। नंद नंदना(सुन्दर वदना)..अम्मा ने यह भजन गाया है।