अमृत गंगा S2-42

अमृत गँगा सीज़न २ की बयालीसवीं कड़ी में, अम्मा बताती हैं कि संसार में उलझे लोगों की आध्यात्मिकता में कोई रुचि नहीं होती। तभी तो शास्त्रों का बार-बार श्रवण करने के बाद भी कुछ लोग आत्मा और अनात्मा में, सनातन और क्षणभंगुर में विवेक नहीं कर पाते। उनमें न तो यह समझने की शक्ति होती है और न ही वे प्रयत्न करते हैं। इसीलिए आध्यात्मिक उत्थान की आवश्यकता है।

इस कड़ी में, आप उत्तरी-अमेरिकी यात्रा को अपने अंतिम पड़ाव, कैनेडा के टोरोंटो में देखेंगे। इसी कड़ी में अम्मा को निम्न भजन गाते सुनिए.. कृपा करो…