अमृत गंगा S2-23

अमृत गँगा सीज़न २ की २३वीं कड़ी में, अम्मा नवरात्रि की चर्चा जारी रखे हैं। ये पावन दिन, हमें अपने मन में छिड़े दैवी और आसुरी शक्तियों के बीच नित्य युद्ध की याद दिलाते हैं। हमारे प्रयत्न विजय के लिए पर्याप्त नहीं हैं। ईश्वर-कृपा भी आवश्यक है। नवरात्र प्रत्येक प्राणी के अंदर दैवी कृपा की जागृति के द्योतक हैं। ये केवल उत्सव मनाने का नहीं बल्कि साधना, पूजा और व्रत-उपवास का समय भी है। यह समय ससीम जगत से असीम की ओर ऊर्ध्वगति करने का प्रतीक है। इस कड़ी में, अम्मा की यूरोप यात्रा मिलान, इटली में जारी रहेगी।

इसी कड़ी में अम्मा के मुख से भजन सुनिए, ‘विहरति यमुना तट में..’