अमृत गंगा S2-16

अमृत गँगा सीज़न २ की सोलहवीं कड़ी में अम्मा कहती हैं कि जब हम अपने लाभ के लिए दूसरों को हानि पहुँचाते हैं तो हमारे यह कर्मों के फल के रूप में वापस हमारे पास आता है और परिणाम होता है बन्धन! लेकिन ज्ञान सहित किये गए कर्म बन्धनकारक नहीं होते। अतः हमें ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। ज्ञान पर आधारित भक्ति निश्चय ही फलित होगी!

इस कड़ी में, अम्मा की भारत यात्रा, गोपियों की नगरी, वृन्दावन में जारी रहेगी। इसी कड़ी में आप अम्मा को, ‘हे गणनायक सिद्धिविनायक..’ भजन गाते सुन सकेंगे।