अमृत गंगा S4-17
सीज़न 4, अमृत गंगा की सत्रहवीं कड़ी में, अम्मा कहती हैं, “एक है प्रेम की गरीबी और दूसरी है बुनियादी आवश्यकताओं की गरीबी। अम्मा मानती हैं कि यदि हम अपने अंदर प्रेम को जागृत करें, तो दोनों प्रकार की गरीबी को मिटाया जा सकता है।” अम्मा श्रीराम का भजन गाती हैं, ‘प्रेम का दीप’ अम्मा की भारत यात्रा – कोयम्बत्तूर में।